Saturday, June 11, 2011

Chunnu ke gubbare- Mrs. Chandra Prabha Bhatia

चुन्नू के चौबारे में, गुल्लू के गुब्बारे ले
कैसी धूम मचाई.
हा! हा! कैसी धूम मचाई|

ला मुझको क्या लेना है,
गुब्बारे से क्या होना है,
चल रे काम कर भाई|
हा, हाँ चल रे काम कर भाई |

चुन्नू कहीं तो बैठा होगा,
भीखू रोता-धोता होगा,
जाने कैसे दिन गुजरे हो,
जाने कैसे हुई कमाई

पर मुझे क्या लेना है,
चल रे कम कर भाई|
हाँ, हाँ चल रे काम कर भाई|

चंदू थोडा पानी दे-दे
आर्डर वही पुराना ले ले|
दो रोटी तकदर अपन की
दूर है रबरी, दूध, मलाई |
हाँ दूर है रबरी दूध, मलाई |

पर मुझको क्या लेना है,
चल रे काम कर भाई |
हाँ, हाँ चल रे काम है भाई |


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